मुम्बई, 31 दिसम्बर (हि.स.)। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) इक्विटी प्रवाह चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 21 प्रतिशत बढ़कर 35.33 अरब डॉलर रहा। डीपीआईआईटी के आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले 2019-20 की इसी अवधि में एफडीआई इक्विटी प्रवाह 29.31 अरब डॉलर था।
डीपीआईआईटी ने 2020 की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए एक बयान में कहा कि एफडीआई इक्विटी प्रवाह अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2020 के दौरान 21 प्रतिशत बढ़कर 35.33 अरब डॉलर रहा। अधिकतम विदेशी पूंजी प्रवाह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेवाएं, व्यापार, रसायन और वाहन में रहा। देश में सर्वाधिक निवेश सिंगापुर, अमेरिका, मॉरीशस, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान से आया। डीपीआईआईटी ने 2020 में आये 26 एफडीआई आवेदनों का निपटान किया है।
डीपीआईआईटी ने कहा कि 554.73 एकड़ क्षेत्र के 84 भूखंड कंपनियों को आबंटित किये गये और इसमें कुल 16,100 करोड़ रुपये का निवेश आया। इन निवेशकों में हायोसुंग (दक्षिण कोरिया), एनएलएमके (रूस), हायर (चीन), टाटा केमिकल्स और अमूल शामिल हैं।